Wednesday

देखा तेरी मस्ती..

देखा तेरी मस्ती नीगाहों में
नशा है अदा है मोहब्बत है हो
आजा तुझे बाहों में ले लू मैं
रूप यह गज़ब है क़यामत है
धड़कने तेज़ हो जाने दो॥
प्यार में होश खो जाने दो॥

यह हुस्न और यह मस्तियाँ
छाने लगी है मदहोशियाँ
उफ़ दो दिलों के साज़ पर
गाने लगी हैं खामोशियाँ
अपनी जुल्फों की खुशबू उड़ा
और मुझको दीवाना बना

रुसुवायीयों से डरता है मन
अच्छा नही दीवानापन्
तू ने मुझे यूँ चूलिया
कांप उठा मेरा बदन
यूँ न देखो मुझे ओ सनम
डगमगाने लगे हैं कदम

सुन ये समां कहता है क्या
रुसुवायीयों का डर भूल जा
दिल को सनम समझा ज़रा
यूँ न मेरे नज़दीक आ
आँख झुकने लगी है मेरी॥
सुनके ये बातें जादू भरी॥

देखा है मस्ती निगाहों की
शौक ये गज़ब की शरारत की॥

1 comment:

Anonymous said...

now I stay tuned!

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